नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली समेत पूरे देश मे श्रमिक विकास संगठन (SVS) द्वारा ‘देशव्यापी..
नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली समेत पूरे देश मे श्रमिक विकास संगठन (SVS) द्वारा ‘देशव्यापी विरोध दिवस’ पर बेरोजगार हुए मजदूरों का जबरदस्त विरोद्ध प्रदर्शन.
- नोटबंदी से भूखे बेरोजगार मज़दूरों ने दिल्ली समेत देश के प्रमुख लेबर चौक पर प्रधानमंत्री जी का पुतला रखकर माँगा हर्जाना एवं 10 सवाल का जवाब.
- दिल्ली के उपराज्यपाल के कार्यालय के सामने इकट्ठे हुए सैकड़ो बेरोजगार आक्रोशित मज़दूर.
- संगठन ने की नोटबंदी से भूखे बेरोजगार मज़दूरों को हर्जाना देने की मांग.
दिल्ली, 1 दिसम्बर, 2016 : आज श्रमिक विकास संगठन (SVS) ने नोटबंदी के खिलाफ ‘देशव्यापी विरोध दिवस’ पर दिल्ली समेत पूरे देश के सभी प्रमुख लेबर चौक, मंडियों एवं बस डिपो पर प्रधानमंत्री का पुतला रखकर मोदी जी से 10 सवाल का जवाब माँगा है. श्रमिक विकास संगठन (SVS) ने पूरे देश मे नोटबंदी से भूखे बेरोजगार मज़दूरों को प्रधानमंत्री जी से हर्जाना देने की मांग की हैI
श्रमिक विकास संगठन (SVS) ने दिल्ली समेत करीब २० राज्यों मे विरोध प्रदर्शन किया
इसी क्रम मे संगठन ने सैकड़ो बेरोजगार मज़दूरों के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल का घेराव किया, संगठन का कहना था की दिल्ली मे LG साहब प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर काम करते हैं इसीलिए वह LG साहब के माध्यम से प्रधानमंत्री से हर्जाने की मांग करने आये हैं,
संगठन का कहना है कि नोटबंदी के तानाशाही फैसले के बाद दिल्ली का मजदूर बेरोज़गार हो गया है, हालत इतनी दयनीय है कि मजदूरों के पास अब खाना खाने तक पैसे नहीं बचे हैं और वह भुखमरी के कगार पर है एवं मजबूरी मे वह अपने घरों को लौटना चाहते हैं पर कई लोगो के पास टिकट खरीदने तक का भी जुगाड़ नहीं हो पा रहा है.
संगठन का कहना है की नोटबंदी की मार सबसे अधिक मजदूरों पड़ी है जबकि प्रधानमंत्री जी के साथी अपना काला धन पहले ही सफ़ेद कर चुके हैं अगर माननीय मोदी जी सच मे कालाधन के खिलाफ हैं तो विदेशों मे कालाधन जमा करने वाले 648 लोगो के नाम सार्वजानिक क्यों नहीं कर रहे हैं ???
संगठन ने यह भी कहा की जबसे नोटबंदी हुई है पूरे देश मे खुलेआम कमीशनखोरी, कालाबाजारी और भ्रष्टाचार 10 गुना से जाएदा बढ़ चुका है.
नोटबंदी के खिलाफ देशव्यापी विरोध दिवस पर संगठन ने पर्चे बांटकर प्रधानमंत्री जी से 10 सवालों का जवाब माँगा है:-
- भारत में अमीरों के पास ज्यादा कालाधन है या बैंकों की लाइन में लगे गरीबों के पास?
- 1000 का नोट बंद करके 2000 का नोट लाने से कालाधन घटेगा या बढ़ेगा?
- 1000 के नोट की जगह 2000 का नोट आने से अब आतंकवादी सूटकेस में 1 करोड़ की जगह 2 करोड़ की सप्लाई करेंगे। इससे आतंकवाद घटेगा या बढ़ेगा?
- नोटबंदी की घोषणा करने से पहले ही भाजपा के लोगों के पास 2000 के नोट की गड्डियां कैसे पहुंची?
- नोटबंदी से लगभग 90 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से एक भी कालाधन वाला नहीं है। इनकी मौत का गुनाहगार कौन है?
- आप सचमुच कालाधन ख़त्म करना चाहते हैं तो विदेशों में कालाधन जमा करने वाले 648 लोगों के नाम सार्वजनिक करके उन पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?
- आपने देश के खजाने से बड़े-बड़े पूंजीपतियों द्वारा लिए गये 1,00,014 (एक लाख चौदह) करोड़ रुपये के कर्ज़ को वापस वसूलने की जगह माफ़ क्यों किया?
- नोटबंदी के बाद पूरे देश में खुलेआम कमीशनखोरी, कालाबाजारी, भ्रष्टाचार 10 गुने से ज्यादा बढ़ चुका है। आप देश में भ्रष्टाचार क्यों बढ़ा रहे हो?
- क्या यह सच है कि जब पूरा देश 2012-2013 में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आंदोलन कर रहा था उस समय आप बिरला, सहारा जैसी कंपनियों से रिश्वत लेने में व्यस्त थे?
- नोटबंदी से देश के मज़दूरों, किसानों व व्यापारियों के पेट पर लात मारकर पूरे देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाले देशभक्त हैं या देशद्रोही?