भारत व अमेरिका एक साथ विश्व शांति स्थापित करने के लिए काम करे- आचार्य लोकेश
आचार्य लोकेश के सान्निध्य में शिकागो में लहराया गया भारत का झंडा
महामहिम प्रणब मुखर्जी का सन्देश भी इस अवसर पर पढा गया
भारत व अमेरिका एक साथ विश्व शांति स्थापित करने के लिए काम करे- आचार्य लोकेश
प.पू. आचार्य डा. लोकेश मुनि ने कांसोलेट जनरल डा. असुफ़ सईद द्वारा रिचर्ड डी. डाले सेंटर शिकागो में भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित ध्वजोरण समारोह को संबोधित किया| इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति महामहिम प्रणब मुखर्जी का सन्देश पढ़कर कांसोलेट जनरल ने सुनाया| सन्देश में राष्ट्रपति ने कहा की एक अनूठी विशेषता ने भारत को एक सूत्र में बांध रखा है, वह एक दूसरे कि संस्कृतियों, मूल्यों और आस्थाओं के प्रति सम्मान| बहुलवाद का मूल तत्व हमारी विविधताओं को सहेजने और अनेकता को देने में निहित है| आपस में जुड़े हुए वर्तमान माहौल में, एक देखभालपूर्ण समाज धर्म और आधुनिक विज्ञानं के समन्वय द्वारा विक्सित किया जा सकता है| स्वामी विवेकानंद ने एक बार कहा था,”विभिन्न प्रकार के पन्थो के बीच सहभावना आवश्यक है, यह देखना होगा कि वे साथ खड़े हों या एकसाथ गिरें, एक ऐसी सहभावना जो परस्पर सम्मान न कि अपमान, सद्भावना की अल्पअभिव्यक्ति को बनाये रखने से पैदा हो|” हमारे समाज व शासन की सामूहिक समझ ने मुझे विश्वास दिलाया है किभारत की शानदार विकास गाथा बिना रूकावट के आगे बढती रहेगी|
आचार्य लोकेश ने उपस्थित अमेरिका में बसे भारतीय संप्रदाय के लोगो को स्वंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारतीय न सिर्फ अपने बीते हुए इतिहास के लिए गौरान्वित महसूस करते है बल्कि आने वाले भविष्य को भी उम्मीद और प्रगति के विश्वास के साथ देख सकते है| भारत की अहिंसक आजादी की लड़ाई, उसका आतंकवाद और अतिवाद के प्रति अस्वीकृति, जणतंत्र में विश्वास, सहनशीलता व कानून के नियम विश्व के लिए उम्मीद और प्रेरणा का स्तोत्र है|
आचार्य लोकेश ने कहा की अमेरिका विश्व का सबसे पुराना जनतंत्र है और भारत विश्व का सबसे बड़ा जनतंत्र है| दोनों देशों का एक विशेष रिश्ता है| भारत उभरती हुई अर्थव्यवस्था है, आज विश्व को भारत से विश्व के आर्थिक विकास में बड़े योगदान की उम्मीद है| भारत भविष्य में विश्व की अर्थिक शक्ति बनने जा रहा है| विकास के लिए शांति आवश्यक है, वतर्मान में विश्व हिंसा व आतंकवाद जैसी समस्याओं से जूझ रहा है| हिंसा व अत्तान्क्वाद किसी समस्या का समाधान नहीं है| भारत और अमेरिका को एक साथ मिलकर हिंसा और आतंकवाद को रोकना होगा| हमें एक साथ मिलकर विश्व शांति, सद्भावना ब भाईचारा स्तापित करने के लिए काम करना होगा|
विश्व विकास में भारतीयों के योगदान की प्रशंसा करते हुए आचार्य लोकेश ने कहा कि भारतीय ण सिरव भारत में बल्कि पूरे विश्व में हर क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं| दो बिलियन से भी ज्यादा भारतीय- अमरीकी सम्प्रदाय के लोग देनो देशों के बीच अटूट रिश्ते का प्रतीक है| उनका भारतीय व अमेरिका दोनों की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान है|
कार्यक्रम देशभक्ति के गीतों से प्रारंभ हुआ और समापन राष्ट्रगान से हुआ| बच्चों के द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया|